Stock Market Types of Trading शेयर बाजार में शेयर ट्रेडिंग कितने प्रकार से की जाती है ?
शेयर बाजार में शेयरों की बिक्री तथा खरीद को शेयरों की ट्रेडिंग कहा जाता है । बाजार में उपलब्ध शेयर निवेश करने वाले निवेशक जो लम्बे समय तक अपने पास रखते हैं तो इस प्रकार की प्रक्रिया को लम्बी अवधि का निवेश ( LONG TERM INVESTMENT ) कहा जाता है, वहीं पर अगर शेयरों को खरीद के कुछ समय बाद ही बेंच दिया जाए तो इस प्रक्रिया को शेयरों की ट्रेडिंग कहा जाता है । और इस प्रक्रिया को करने वाले को ट्रेडर कहते हैं ।
शेयर ट्रेडिंग के प्रकार
Intra Day Trading इन्ट्रा डे ट्रेडिंग -
ट्रेडिंग का यह प्रकार शेयर ट्रेडरों के मध्य सबसे ज्यादा प्रचलित है । इंट्रा डे ट्रेडिंग का अर्थ होता है दिन भर में या दिन के अन्दर । इस प्रकार की ट्रेडिंग में शेयरों की खरीदारी तथा बिक्री उसी दिन पूरी कर ली जाती है अर्थात अगर बाजार खुलने के बाद कोई शेयर खरीदा गया है और उसी दिन बाजार बंद होने से पहले ही बेंच दिया गया है तो इसे ही इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है इसमें शेयर डी मेट खाते में नहीं जमा होता है
इंट्रा डे ट्रेडिंग एक जोखिम भरा काम है जो लोग शेयर बाजार में नए हैं यह उन लोगों के लिए नहीं है इस प्रकार की ट्रेडिंग को करने से पहले बाजार में लम्बा समय बिताना आवश्यक है
नहीं तो नुकसान होने की अधिक संभावना रहती है
Scalper Trading स्कैल्पर ट्रेडिंग -
यह ट्रेडिंग भी इंट्रा डे ट्रेडिंग का ही एक हिस्सा है इसमें शेयरों को खरीदने के कुछ समय बाद ही उन्हें बेंच दिया जाता है इस प्रकार की ट्रेडिंग एक मिनट या दो मिनट या 5 से 10 मिनट में ट्रेडिंग प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है । यह थोड़ा जोखिम भरा होता है
Swing Trading स्विंग ट्रेडिंग -
इस प्रकार की ट्रेडिंग में शेयर खरीदने के पश्चात डीमैट खाते में शेयरों की डिलिवरी ले ली जाती है फिर अपने मूल्य Target Price जिस पर शेयरों को बेचना है का इंतजार किया जाता है । इसमें शेयरों को एक माह दो माह तीन माह तक रख कर अपने मूल्य पर आने पर बेंचा जाता है यह ट्रेडिंग का सबसे अच्छा तरीका है इसमें जोखिम बहुत कम होता है और अच्छा लाभ होता है ।
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